रामराज मंदिर चिटाहीधाम की अनकही बातें
रामराज मंदिर चिटाहीधाम की अनकही बातें कहा जाता है कि रामराज मंदिर चिताहीधाम 100 साल पुराना है यहीं धनबाद रेलवे स्टेशन से करीब 23 किमी बाघमारा में स्थित है जो भगवान श्री राम जी को समर्पित है यह मंदिर पहले एक छोटा सा मंदिर हुआ करता था जो कि अगर ज्यादा बारिश हो जाए तो पानी उस मंदिर के प्रांगण में भी आ जाता था लेकिन इस मंदिर की मुझे इतनी शक्ति थी कि आज वह मंदिर एक भव्य दर्शनीय स्थान में बदल गया यह मंदिर लगभाग 2 एकड से ज्यादा की जमीन में बनवायी गई है|
रामराज मंदिर की खाश बात
इसमे लगे हुआ संगमरमर की जो पत्थर है वो मकराना के संगमरमर जो राजस्थान के खदानों से लाया गया है इसमे मंदिर को बनने के लिए लगभग रोज 150 से भी ज्यादा मजदूर काम करते थे इस मंदिर में लगभग 2 से 2.5 साल का समय लग गया बनने में |
ये मंदिर लगभग 200 फीट लंबा 150 फुट चौड़ा है मंदिर लगभग 2 एकड से ज्यादा का जमीन लिया हुआ है
इस मंदिर में भगवान गणपति बप्पा जी की मूर्तियाँ, भोलेनाथ के साथ माता पार्वती, कृष्ण-राधा, राम सीता संग लक्ष्मण और हनुमान जी भी प्रतिमाएं है
यहा 2 विवाह मंडप है साथ ही एक अच्छी सी गार्डन भी है आप चाहें तो बोटिंग भी कर सकते हैं एक छोटी सी पूल में बोटिंग भी होती है मंदिर के आगे बहुत सी दुकान लगती है इस मंदिर का निर्माण धनबाद जिला के विधायक ढुलू महतो ने स्वम करवाया है यह मदिर एक कल्पना है जिसे आंध्र प्रदेश के रहने वाले पी गोपाल राव जी ने बनाया है। इस मंदिर की ख़ूबसूरती चर्च में है।
इस मंदिर में आप शांति या सुखद का भी आनंद ले सकते हैं या अपने यहां मंदिर में अभी तक जा सकते हैं, तो क्या करें झारखंड की सबसे सुंदर मंदिर में से एक है
कहा जाता है इस मंदिर को बनाने में कुल लगत 2 करोड़ से भी ज्यादा लगता है इस मंदिर में रोज लाभ हजारो – हजार श्रद्धालु आते हैं और दान में लगभाग लाखो रुपये सप्ताह भर में आते हैं